गिरिराज ने बुर्का पहनकर वोट करने पर उठाए सवाल
बेगूसराय। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि वोटिंग के समय बुर्के के इस्तेमाल पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन, बुर्के में चेहरे की पहचान नहीं होती है। अगर पोलिंग एजेंट चेहरा देखने की मांग करता है तो चेहरा दिखाना चाहिए। इसे धार्मिक कट्टरता से नहीं जोड़ना चाहिए। चुनाव आयोग का भी निर्देश है। इस स्थिति में धार्मिक और राजनीतिक रंग नहीं दिया जाए। सभी राजनीतिक दलों के पोलिंग एजेंट से कहता हूं, जो चेहरा आपको संदिग्ध लगे उसे देखने का आपको अधिकार है। वहीं, गिरिराज सिंह ने पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर जमकर हमला किया है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव के साथ रहने वाले सभी लोग नालायक हैं। इसलिए खुद ही चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी संभाले हुए हैं। इससे बड़ी मूर्खता वाली बात और क्या होगी। इनके पास कोई नेता नहीं है। मेरे पास एक दर्जन नेता हैं, इसलिए पीएम समेत सभी नेता चुना प्रचार में जुटे हैं।
फेक वीडियो का लिया जा रहा सहारा
गिरिराज ने कहा कि मेरे लोकसभा क्षेत्र में नीतीश कुमार और चिराग पासवान का फेक एडिटेड वीडियो बनाकर मेरे खिलाफ प्रचार किया जा रहा है। मैं उसे खोजने की कोशिश कर रहा हूं। फेक वीडियो वायरल करने वालों की जानकारी मिल जाएगी तो डीएम से कार्रवाई की मांग करेंगे। यह कम्युनिस्ट पार्टी का अंतिम अस्त्र है। जात-पात के नाम पर लोगों को दिग्भ्रमित करने की कोशिश की, जिसमें सफलता नहीं मिली। इसके बाद मेरे खिलाफ एडिटेड वीडियो फैलाया जा रहा है।
राहुल गांधी को दिया चैलेंज
केंद्रीय मंत्री ने कहा राहुल गांधी कहते हैं नरेन्द्र मोदी मेरे साथ डिबेट करें। मोदी वैसे लोगों से क्या डिबेट करेंगे. जिसको भारत का भूगोल पता नहीं है। राहुल गांधी गाय के बाछा-बाछी को नहीं पहचानते हैं। हरी मिर्च और लाल मिर्च की पहचान नहीं है। उन्हें गेहूं और जौ में अंतर नहीं समझते हैं। गिरिराज सिंह ने कहा कि जिस राहुल गांधी को देश की दशा और दिशा का ज्ञान नहीं है, वह क्या बहस करेंगे। उनको भारतीय जनता पार्टी के किसी साधारण कार्यकर्ता से बहस कर लेनी चाहिए। मैं राहुल गांधी को चैलेंज करता हूं कि मुझसे ही डिबेट कर लें।
केजरीवाल पर भी हमला
अरविंद केजरीवाल ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हटाने और अमित शाह को पीएम बनाने की बात कहे जाने पर गिरिराज सिंह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल अभी बंदी हैं। पैरोल पर बाहर आए हैं। केजरीवाल झूठ बोलने में मास्टर हैं और शिगूफा छोड़ने में भी मास्टर हैं।केजरीवाल भूल गए कि अन्ना हजारे ने इन्हें छोड़ दिया। भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे के आंदोलन से ऊपजे और भ्रष्टाचार में जेल चले गए। वह केजरीवाल को नरेंद्र मोदी के खिलाफ बोलने का अधिकार नहीं है। मोदी तब तक प्राइम मिनिस्टर रहेंगे, जब तक भारत की जनता उन्हें प्यार करते रहेगी।
About The Author
