रांची में DMO ऑफिस का कंप्यूटर ऑपरेटर 2000 रिश्वत लेते अरेस्ट
रांची। रांची जिला खनन कार्यालय एक बार फिर से भ्रष्टाचार के आरोपों में घिर गया है। सोमवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर विंदेश तिर्की को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। उस पर आरोप है कि वह खनन से संबंधित डाटा एंट्री कार्य के नाम पर दो हजार रुपये की अवैध मांग कर रहा था। एसीबी की टीम ने योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाकर उसे घूस लेते मौके पर ही पकड़ लिया।
घटना की शुरुआत तब हुई जब अनगड़ा थाना क्षेत्र के जोन्हा निवासी अश्वन तिर्की ने एसीबी को शिकायत दी। उसने बताया कि उसका ट्रैक्टर ड्राइवर सोमरा मुंडा, सरकारी कार्य हेतु बालू लेकर जोन्हा जा रहा था। इस दौरान राहे अंचलाधिकारी द्वारा ट्रैक्टर जब्त कर सिल्ली थाना को सौंप दिया गया। इसके बाद सिल्ली थाना प्रभारी ने 28 अप्रैल को फोन कर सूचित किया कि ट्रैक्टर का चालान रांची जिला खनन कार्यालय भेजा गया है, जहां से ट्रैक्टर छुड़ाने की प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
इसके बाद अश्वन तिर्की दो मई को रांची खनन कार्यालय पहुंचा। यहां कर्मचारी अब्दुल हाफिज ने उससे कहा कि 10 हजार रुपये ऑनलाइन फाइन देना होगा और अलग से 4200 रुपये बतौर 'रिश्वत' देना पड़ेगा। शिकायतकर्ता ने जब इस अवैध मांग की जानकारी एसीबी को दी, तो टीम ने जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में मामला सत्य पाया गया, लेकिन उस वक्त अब्दुल हाफिज मौके पर मौजूद नहीं था। ऐसे में कंप्यूटर ऑपरेटर विंदेश तिर्की ने खुद आगे बढ़ते हुए दो हजार रुपये की रिश्वत लेकर ट्रैक्टर छुड़ाने में मदद करने की बात कही। जैसे ही अश्वन तिर्की ने तयशुदा राशि उसे सौंपी, एसीबी की टीम ने दबिश देकर उसे रंगेहाथ पकड़ लिया।
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