गिरिडीह: भीषण सड़क हादसे में छह की मौत, स्कॉर्पियो और बाइक के बीच हुई जोरदार टक्कर
गिरिडीह। गिरिडीह जिले में मंगलवार की देर रात हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे में छह लोगों की मौत हो गई। यह भीषण दुर्घटना गिरिडीह-डुमरी मेन रोड पर मधुबन थाना क्षेत्र के लटकट्टो पिकेट के पास हुई, जब तेज रफ्तार स्कॉर्पियो और बाइक की आमने-सामने की टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों वाहनों के परखच्चे उड़ गए और छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
सुबह हादसे की जानकारी मिलते ही पहुंची पुलिस
हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि घटना की जानकारी स्थानीय लोगों को सुबह में मिली, जब वे मौके पर पहुंचे। इसके बाद मधुबन पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर सभी शवों को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
तेज रफ्तार बनी हादसे की वजह
प्रारंभिक जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि दोनों वाहन तेज रफ्तार में थे, जिस कारण यह हादसा हुआ। बाइक सवार पारसनाथ रेलवे स्टेशन से गिरिडीह के छछंदो की ओर जा रहे थे, जबकि स्कॉर्पियो सवार गिरिडीह से डुमरी की ओर जा रहे थे। टक्कर इतनी जोरदार थी कि स्कॉर्पियो पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और बाइक के टुकड़े बिखर गए।
मृतकों की हुई पहचान
पुलिस द्वारा की गई जांच में मृतकों की पहचान हो गई है। बाइक सवार मृतकों में शामिल हैं—
- हुसैनी मियां (55 वर्ष), निवासी धावाटांड, मधुबन थाना क्षेत्र।
- बबलू कुमार टुडू (26 वर्ष), निवासी छछंदो।
वहीं, स्कॉर्पियो सवार मृतकों की पहचान इस प्रकार हुई—
3. सोमेश चंद्रा (40 वर्ष), निवासी दरियापुर, मुंगेर (पिता रवि शंकर प्रसाद सिंह)।
4. गोपाल कुमार (21 वर्ष), निवासी दरियापुर, मुंगेर (पिता नरेश प्रसाद सिंह)।
5. गुलाब कुमार, निवासी इसरी बाजार।
6. एक अन्य मृतक की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है।
पुलिस परिजनों से कर रही संपर्क
मृतकों की पहचान होते ही पुलिस उनके परिजनों से संपर्क करने में जुट गई है। जिनका पता नहीं चल पाया है, उनके बारे में जानकारी इकट्ठा की जा रही है। हादसे के बाद से इलाके में मातम का माहौल है और मृतकों के परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है।
सड़क हादसों पर प्रशासन की सख्ती जरूरी
गिरिडीह-डुमरी मेन रोड पर लगातार सड़क हादसे हो रहे हैं, जिनमें अधिकतर मामलों में तेज रफ्तार ही वजह बन रही है। स्थानीय लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि इस सड़क पर स्पीड ब्रेकर लगाए जाएं और यातायात नियमों को सख्ती से लागू किया जाए, ताकि आगे ऐसी दुर्घटनाएं न हों।
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