पटना एम्स ने लगाई मुहर, रसोई में धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रही यह तीन चीज कोरोना को दे रही मात
पटना। कोरोना के हल्के लक्षण व होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों के लिए एक और दवा ट्रायल में सफल हुई है। हल्दी, अदरक और अनारदाना के अर्क से बनी फाइटोरिलीफ-सीसी नामक दवा का परीक्षण करने के बाद एम्स, पटना के डाक्टरों ने इसके उपयोग पर मुहर लगा दी है। हालांकि एम्स का कहना है कि अभी आइसीएमआर की अनुमति का इंतजार है। एम्स पटना के डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट सह एडिशनल प्रोफेसर डॉ. योगेश कुमार ने बताया कि सौ रोगियों पर किए गए अध्ययन में यह साबित हुआ है कि फाइटोरिलीफ-सीसी नामक दवा न केवल रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है, बल्कि कोरोना संक्रमितों को जल्द स्वस्थ करने में भी मददगार है।
डॉ. योगेश कुमार ने बताया कि हल्दी, अदरक और अनारदाना को सदियों से उनके एंटी वायरल गुणों के लिए जाना जाता है। सर्दी, खांसी, खरास व बुखार के लिए एक कंपनी ने सात वर्ष पूर्व यह दवा बनाई थी और अमेरिका व ब्रिटेन में इसका पेटेंट ले रखा है। कोरोना के हल्के व मध्यम लक्षणों में इस फाइटोरिलीफ-सीसी दवा को उपयोगी बताते हुए कंपनी ने मुफ्त वितरण की बात कही थी। परीक्षण में पाया गया कि जिन संक्रमितों को मानक के अनुरूप दवा के साथ इसे दिया गया, उनमें संक्रमण तेजी से घटा। इस दवा को लेने वालों में एक्यूट इन्फ्लेमेशन, फेफड़ों को नुकसान आदि की जानकारी देने वाले सीआरपी जैसी जांच की रिपोर्ट भी बेहतर रही। इस दवा की एक-एक टैबलेट सुबह, दोपहर व शाम को चूसकर लेना रोगियों के लिए काफी फायदेमंद रहा।
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