पहलगाम हमले में आईबी अधिकारी मनीष रंजन मौत, पत्नी और बच्चे सुरक्षित
रोहतास। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में बिहार के रोहतास जिले के मनीष रंजन की मौत हो गई है। मनीष रंजन पिछले दो वर्षों से हैदराबाद में इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के ऑफिस में सेक्शन ऑफिसर के पद पर तैनात थे। वह अपने परिवार के साथ छुट्टियों पर कश्मीर घूमने गए थे, जहां इस आतंकी हमले में उन्हें जान गंवानी पड़ी।
मनीष रंजन को आतंकियों ने उनकी पत्नी और दो बच्चों के सामने गोली मार दी। हालांकि उनकी पत्नी आशा देवी और दोनों बच्चे इस हमले में सुरक्षित बच गए। हमले के वक्त मनीष ने गोलियों की आवाज सुनकर अपनी पत्नी और बच्चों को तुरंत दूसरी दिशा में भागने को कहा और इसी दौरान वे परिवार से अलग हो गए। आतंकियों ने उन्हें वहीं निशाना बनाकर गोली मार दी।
मनीष रंजन मूल रूप से रोहतास जिले के करगहर थाना क्षेत्र के अरुही गांव के निवासी थे। उनका पुश्तैनी घर सासाराम शहर के गौरक्षणी मोहल्ले में भी है। जैसे ही इस दुखद घटना की खबर गांव और शहर में पहुंची, पूरे इलाके में मातम पसर गया। लोग उनके परिवार से संवेदना जताने उनके घर पहुंच रहे हैं।
हमले के बाद मनीष की पत्नी और बच्चों को सेना ने तत्काल सुरक्षा प्रदान की और उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस दर्दनाक घटना के बाद मनीष की पत्नी और बच्चे मानसिक रूप से बेहद आहत हैं। मनीष रंजन की शादी वर्ष 2010 में हुई थी। उनके दो बच्चे हैं—12 साल का बेटा और 8 साल की बेटी। मनीष के पिता मंगलेश मिश्रा पेशे से एक शिक्षक हैं और इस घटना से परिवार पूरी तरह टूट गया है।
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